मा0 न्यायमूर्ति द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन के पश्चात सम्मानित अधिवक्ताओं के साथ परिचयात्मक बैठक किया गया एवं बार एशोसिएसन संघ कक्ष का अवलोकन किया गया।
तत्पश्चात मा0 न्यायमूर्ति/प्रशासनिक जज महोदय द्वारा जनपद न्यायाधीश के साथ न्यायालय परिसर में कोर्ट कक्षों, कार्यालयों एवं न्यायालय अभिलेखागार का निरीक्षण करते हुए न्यायालय परिसर में साफ-सफाई, पत्रावलियों का उचित रख-रखाव हेतु सम्बंधित न्यायालय के कर्मचारियों को निर्देशित किया गया। मा0 न्यायमूर्ति महोदय ने सभी न्यायिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि त्वरित न्याय देने पर बल दिया जाए तथा मा0 उच्च न्यायालय के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि पुराने वादो को वरियता क्रम में निस्तारित करने का प्रयास किया जाए। मा0 न्यायमूर्ति/प्रशासनिक जज महोदय ने कहा कि ‘‘न्याय चला निर्धन के घर’’ वाक्यांश को साकार करने की दिशा में कार्य किया जाए।
इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश फेमली कोर्ट श्री राम नगीना यादव, मा0 न्यायाधीश/पीठाशीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण श्री विश्वनाथ, अपर जिला जज प्रमोद कुमार, रमेश दूबे, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला जज विकास गोश्वामी, दिनेश प्रताप सिंह, जैनुद्दीन अंसारी, काशिफ सेख, महेन्द्र कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव, न्यायाधीश श्रीमती चेतना त्यागी, मिमोह यादव, श्रीमती भारती तायल, प्रभात कुमार दूबे, अजित कुमार मिश्र, मो0 राज हुसैन एवं श्रीमती अक्षिता सहित न्यायालय के सभी न्यायिक अधिकारी/कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।