संत कबीर नगर - सोशल ऑडिट निदेशालय के अनुपालन के क्रम में पूरे प्रदेश में पारदर्शिता, सहभागिता एवं जवाबदेही के तहत सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन चल रहा है । सोशल ऑडिट के मूल उद्देश्यों के मुताबिक ऑडिट टीम द्वारा ग्राम पंचायतों में डुग्गी-मुनादी करवाईं जाती है तत्पश्चात पीएम आवास तथा मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्यों की ऑडिट टीम द्वारा दो दिनों तक स्थलीय/भौतिक सत्यापन किया जाता है तथा तीसरे दिन ग्रामीणों के साथ ग्राम पंचायत में खुली बैठक कर ग्रामीणों के समक्ष एम आई एस रिपोर्ट को पढ़कर सुनाया जाता है । बावजूद जनपद संत कबीर नगर में सोशल ऑडिट टीम द्वारा आडिट के मूल उद्देश्यों के विपरीत ग्राम पंचायतों में महज एक ही दिन भौतिक सत्यापन कर सोशल ऑडिट का वारा-न्यारा कर दिया जा रहा है। जिससे सोशल ऑडिट की विश्वसनीयता अब खत्म होने की कगार पर पहुंच चुकी है । वहीं लापरवाह सोशल ऑडिटरों के संबंध में जब जिला विकास अधिकारी सुरेश चंद्र केसरवानी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सोशल ऑडिट टीम द्वारा यदि दो दिनों तक भौतिक सत्यापन नहीं किया जा रहा है तो उनको नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा तथा दुबारा ऐसी पुनरावृत्ति पाई गई तो उनकी संविदा सेवा सामाप्त करने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी ।
दो दिनों तक भौतिक सत्यापन न करने वाले सोशल आडिट टीम की संविदा सेवा होगी समाप्त - डीडीओ
byAkhand News Express
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