संत कबीर नगर (सांथा)- ग्रामीणों के सुव्यवस्था के क्रम में सरकार ने प्रत्येक ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनवाकर वहां पंचायत सहायक की नियुक्ति की है और समय-समय पर ब्लॉक के कर्मचारियों को पंचायत भवन पर जाकर ग्रामीणों के सारे काम चाहे वह ऑफलाइन हो या ऑनलाइन पंचायत भवन में ही बैठकर निपटाने का फरमान जारी किया है । लेकिन सांथा ब्लाक के ग्राम पंचायत मीरापुर में स्थापित पंचायत भवन की दुर्दशा के लिहाज से यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगा कि अधिकारियों की जिम्मेदारी उदासीनता/कमीशन की भेट चढ़ी हुई है ! पंचायत भवन में न तो लाइट के कनेक्शन है और न ही कंप्यूटर सेट ,पंचायत भवन के चार दरवाजे जहां टूटे हुए हैं वहीं पंचायत सहायक का दूर-दूर तक कहीं कोई अता-पता नहीं है।
इस संबंध में ब्लॉक पर पहुंच कर जब सचिव से सवाल किया गया तो सचिव अफजल कार्यालय के पीछे के दरवाजे से बाहर निकल गए। वहीं एडीओ पंचायत आर एस चौधरी भी जवाब देने से कतराते नजर आए। जिससे यह सवाल उठता है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि ग्राम पंचायत मीरापुर में पंचायत भवन से लेकर अन्य परियोजनाओं में ग्राम प्रधान एवं सचिव जमकर लूट-खसोट किए हैं ?