संत कबीर नगर-उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 4 अक्टूबर 2021 को लखनऊ में रोजगार सेवकों से किए गए वादे को अभी तक लागू न किए जाने से नाराज रोजगार सेवकों ने रोजगार सेवक संघर्ष समिति उप्र के आह्वान पर जिलाध्यक्ष प्रदीप पांडे के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया। तत्पश्चात रोजगार सेवकों द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित 8 सूत्री मांग पत्र को प्रभारी जिलाधिकारी को सौंपा गया।
मीडिया से बातचीत के दौरान रोजगार सेवक संघ के जिला अध्यक्ष प्रदीप कुमार पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने खुद सम्मेलन बुलाकर हम सभी ग्राम रोजगार सेवकों के मानदेय, एचआर पालिसी, आकस्मिक अवकाश समेत अन्य आठ घोषणा किये थे ,परन्तु दो वर्ष से अधिक समय व्यतीत होने के बाद भी सीएम के घोषणाओं को लागू नहीं किया गया , जिससे ग्राम रोजगार सेवकों में रोष व्याप्त है ।उन्होंने कहा कि सरकार हम लोगों के 8 सूत्री मांगों को अगर तत्काल लागू नहीं करती है तो ग्राम रोजगार सेवक लखनऊ में सरकार विरोधी आन्दोलन करने को बाध्य होगे ।
बता दें कि 8 सूत्री मांग पत्र में रोजगार सेवकों ने सीएम द्वारा ग्राम रोजगार सेवकों एवं मनरेगा कर्मियों के संबंध में की गई घोषणाओं पर जल्द शासनादेश निर्गत किए जाने की मांग सहित हिमांचल प्रदेश की तर्ज पर नियमतीकरण और मानदेय बढ़ोत्तरी तथा ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण एवं कोविड के अतिरिक्त आकस्मिक अथवा दुर्घटना से मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को नौकरी देने, बकाया मानदेय तथा इपीएफ कटौती की धनराशि मनरेगा कर्मचारियों के यू०ए०एन खाते में भेजने आदि से संबंधित मांग रोजगार सेवकों ने सरकार से की है।