संत कबीर नगर - बरदहिया बाजार में एक कपड़े की दुकान पर मात्र ₹6000 प्रतिमाह की मजदूरी करने वाला 19 वर्षीय युवक, कृष्णा गुप्ता, इन दिनों साइबर ठगी का शिकार होकर बड़ी मुसीबत में फंसा हुआ है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र की खलीलाबाद शाखा से नोटिस मिलने के बाद उसके परिवार में हड़कंप मच गया है।
82 लाख 52 हजार का हुआ लेनदेन
जनवरी 2025 में कृष्णा गुप्ता के नाम से एक नया बैंक खाता खोला गया था। फरवरी से जून तक, लगभग चार से साढ़े चार महीने में खाते में 82 लाख 52 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ। बैंकिंग सिस्टम ने जब इस भारी-भरकम लेनदेन को पकड़ा, तो खाते को सीज कर सत्यापन प्रक्रिया शुरू कर दी।
दोस्तों ने की धोखाधड़ी
कृष्णा गुप्ता ने बताया कि उसके साथ पढ़ने वाले दो दोस्तों ने ऑनलाइन पैसा कमाने के नाम पर खाता और सिम कार्ड खुलवाया, और ₹4000 देकर एटीएम, पासबुक और मोबाइल सिम ले लिया। शुरुआती दिनों में उन्होंने भरोसा दिलाया कि एक सप्ताह में सिम लौटा देंगे, लेकिन कई बार कहने पर भी नहीं लौटाया।
जब कृष्णा ने खाता बंद करवाया, तो दबाव बनाकर फिर से चालू करवा लिया और आश्वासन दिया कि जल्द ही सारा पैसा निकालकर खाता बंद करवा देंगे। लेकिन 6 महीने में खाते से करोड़ों के ट्रांजेक्शन हो गए।
बैंक ने भेजा नोटिस, परिवार में मची हलचल
जैसे ही बैंक ने खाते की संदिग्ध गतिविधियों को पकड़ा, कृष्णा के पिता राजकुमार गुप्ता, जो चाय की दुकान चलाते हैं, के घर बैंक का नोटिस पहुंचा। इसके बाद पूरे परिवार को मामले की जानकारी हुई और सबके होश उड़ गए।
कोतवाली व साइबर सेल में दी शिकायत
कृष्णा गुप्ता ने सदर कोतवाली खलीलाबाद व साइबर थाने में पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह ने बताया कि मामला गंभीर है और साइबर सेल इस पर जांच कर रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सावधान रहें, कहीं आप न हो जाएं शिकार
यह मामला समाज में बढ़ते साइबर फ्रॉड की गंभीर तस्वीर प्रस्तुत करता है। यदि किसी ने आपसे बैंक खाता या सिम कार्ड मांगा हो, तो सतर्क रहें। किसी भी परिस्थिति में अपने नाम पर जारी दस्तावेज़ या खाते किसी और को न सौंपें।