लखनऊ- 18 अक्टूबर दिन बुधवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में प्रदेश के 75 जिलों से लाखों की संख्या में पहुंचे शिक्षामित्रों ने अपनी एकजुटता एवं ताकत का सरकार को एहसास कराया । प्रदेश के सभी जिलों से आए शिक्षामित्रों के जिला अध्यक्षों ने बारी-बारी से अपनी बातों को सभी के समक्ष रखा । तत्पश्चा प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला ने शिक्षामित्रों को संबोधित करते हुए कहा की मौजूदा सरकार हम सभी शिक्षामित्रों से 7 वर्षों से महज ₹10000 में कार्य करवा रही है और आज तक एक भी रुपए बढ़ाने का काम नहीं किया है। शिक्षामित्रों के प्रति सरकार की शिथिल रवैए से प्रदेश के सभी शिक्षामित्रों में भारी आक्रोश है । आगे उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों को सरकार बार-बार सिर्फ आश्वासन ही देती है और बाद में अपनी ही बातों से मुकर जाती है । उन्होंने कहा कि हम सभी शिक्षामित्र अपना खोया हुआ सम्मान वापस पाने के लिए आज लखनऊ के इको गार्डन में एकत्रित हुए हैं और सरकार से अपनी मांगों को जल्द पूरा करने मांग करते हुए चेतावनी भी देते हैं कि अगर हम शिक्षामित्रों की मांगे जल्द पूरी नहीं हुई तो सरकार को शिक्षामित्रों के विरोध का सामना पुन: करना पड़ेगा। इस दौरान शिक्षामित्रों के विरोध प्रदर्शन को और बल देने पहुंचे सपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे राम गोविंद चौधरी ने धरना प्रदर्शन कर रहे शिक्षामित्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार शिक्षामित्रों की विरोधी है अगर यह सरकार आपके पक्ष में कोई काम नहीं करेगी तो अगली बार अगर सपा की सरकार बनी तो उसी दिन यह फैसला लिया जाएगा की जिस दिन से आप सबकी नौकरी गई थी तब से आज तक का एक-एक रूपए आपके खाते में भेज दिया जाएगा । इस दौरान सत्यभान यादव, प्रेम नारायण राय, कृपा शंकर यादव, गोपाल चौरसिया, योगेंद्र यादव, प्रेमचंद, रणजीत राय, सुरेंद्र गुप्ता, विभूति नारायण राय, जितेंद्र सिंह, श्याम दुलारी, आलोक गुप्ता, अशोक कुमार, देवानंद, श्याम नारायण, सुनील सिंह, नितेश सिंह, सुभाष यादव, नीता तिवारी, उर्मिला, प्रमिला, प्रियंका सिंह, नूतन सिंह, मधुमिता सहित लाखों शिक्षामित्र उपस्थित रहे।