संत कबीर नगर - अखिल भारतीय प्रधान संगठन के बैनर तले ग्राम प्रधानों ने अपने विभिन्न समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर को ज्ञापन सौंपा । ग्राम प्रधानों ने कहा कि मनरेगा एवं राज्य वित्त 15वां में वित्त से होने वाले कार्यों में प्रयोग होने वाले ईंट, सीमेंट एवं छड़/सरिया आदि का शासकीय एवं वर्तमान बाजार दर में तुलनात्मक अंतर इस प्रकार है -
1-सीमेंट का शासकीय दर 315 रुपए प्रति बोरी है जबकि बाजार दर ₹430 प्रति बोरी है।
2-भट्ठा ईंट का शासकीय दर 6600 रुपए प्रति हजार है जबकि बाजार दर 7500 रुपए प्रति हजार है।
3-छड़/सरिया का शासकीय दर 4990 रुपए प्रति कुंतल है जबकि बाजार दर 6200 रूपए प्रति कुंतल है।
इस प्रकार शासकीय एवं वर्तमान बाजार दर में काफी अंतर होने के कारण ग्राम प्रधानों को निर्माण कार्य करवाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ।
ग्राम प्रधानों ने आगे कहा कि ग्राम पंचायत में लगने वाले इंटरलॉकिंग ईंटों का दर निर्धारण वित्तीय वर्ष 2023-24 में 22 रुपए प्रति ईंट निर्धारित था जिसे इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में घटाकर 18 रुपए प्रति ईंट कर दिया गया । जबकि इंटरलॉकिंग ईंट में प्रयोग होने वाली सामग्रियों का दाम बढ़ा है न कि घटा है, जब कच्चे माल का दाम बढ़ गया तो ईंट का दाम बढ़ाने की बजाय घटा दिया जाना न्यायोचित नहीं है।
ग्राम प्रधानों ने अन्य जनपदों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश के अन्य मंडलों में आज भी एक ईंट का दर ₹22 निर्धारित है, इसे पूर्व की दर 22 रुपए प्रति ईंट निर्धारित रहने दिया जाना ही न्यायोचित होगा। ग्राम प्रधानों ने डीएम से निवेदन करते हुए कहा पूर्व में शासकीय दर का पुर्नपरीक्षण एवं सर्वे कराकर वर्तमान बाजार दर पर उपरोक्त सामग्रियों के क्रय एवं इंटरलॉकिंग कार्यों में ईंटों के दर पूर्व की भांति 22 रुपए प्रति ईंट निर्धारित करने हेतु अपने स्तर से कार्यवाही करने की कृपा करें ।इस दौरान मुख्य रूप से आटा कला के ग्राम प्रधान एखलाक अहमद, जगदीश चौधरी,सतपाल यादव, इनामुल्लाह कुरैशी, पिंटू राय, दामोदर पांडे, रमेश चौधरी सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे